लखनऊ, 8 मई। दुनिया के 10 सबसे बड़े स्कूलों में लखनऊ का सिटी मोन्टेसरी स्कूल (सी.एम.एस.) पहले पायदान पर है जबकि अन्य स्कूलों में जर्मनी का श्लॉस सलेम स्कूल, नीदरलैण्ड का डी क्लेन कैपिटिन स्कूल, रूस का जिलआर्ट स्कूल, इंग्लैण्ड का क्वीन एथेलबुर्गा कालेज, अमेरिका का टेरासेट एलीमेन्ट्री स्कूल, संयुक्त अरब अमीरात का इण्टरनेशनल स्कूल, इंग्लैण्ड का चार्टरहाउस स्कूल एवं अमेरिका का वाटरशेड स्कूल शामिल है। खास बात यह है कि न सिर्फ क्षेत्रफल के आधार पर अपितु छात्र संख्या व सर्वोत्कृष्ट शिक्षा  प्रदान करने में भी सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ दुनियॉ का सबसे बड़ा स्कूल है। वर्ष 2001 में सी.एम.एस. को सर्वाधिक छात्र संख्या के आधार पर विश्व के सबसे बड़े स्कूल के तौर पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया था, यह रिकार्ड आज भी कायम है।

सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने एक अनौपचारिक वार्ता में सिटी मोन्टेसरी स्कूल आज लखनऊ में अपने 21 कैम्पसों के साथ 62 हजार से अधिक छात्रों का सर्वांगीण विकास कर रहा है, जो कि विश्व में एक रिकार्ड है। सी.एम.एस. के छात्र आज पूरे विश्व में उच्च पदों पर आसीन होकर विद्यालय की ‘जय जगत’ की विचारधारा का परचम लहरा रहे हैं। विगत वर्षों में भारी संख्या में सी.एम.एस. छात्रों ने आई.ए.एस., आई.पी.एस., आई.ई.एस, पी.सी.एस, पी.सी.एस. (जे) जैसी उच्च प्रतिष्ठित राजकीय सेवाओं में चयनित होकर लखनऊ का गौरव बढ़ाया है। जबकि हजारों की संख्या में सी.एम.एस. के छात्र अमेरिका, इंग्लैण्ड, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रेलिया आदि विदेशों के टॉप विश्वविद्यालयों में स्कॉलरशिप के साथ उच्चशिक्षा हेतु चयनित चुके हैं।इन्हीं प्रयासों के तहत सी.एम.एस. को विभिन्न पुरस्कारों से पुरष्कृत कर सम्मानित किया जा चुका है, जिनमें यूनेस्को द्वारा शांति शिक्षा पुरस्कार.2002, डेरोजियो अवार्ड, वर्डलॉन एक्सीलेन्स अवार्ड, आइसलैण्ड, वर्ल्ड चिल्ड्रेन्स प्राइज फॉर द राइट्स ऑफ द चाइल्ड, स्वीडन, लाइफ लिंक कैम्पेन रिकगनीशन, स्वीडन, पीसफुल स्कूल्स इण्टरनेशनल रिकगनीशन, कनाडा, न्यूक्लियर फ्री फ्यूचर अवार्ड आदि प्रमुख हैं।

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