मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा को बताया कि उनकी सरकार में उत्तर प्रदेश पुलिस में एक लाख 56 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती अब तक पूरी हो चुकी है। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन चर्चा में योगी ने कहा कि भर्ती पुलिसकर्मियों में 22 हजार 700 से अधिक महिलाएं शामिल हैं। उनके लिए 20 प्रतिशत पद आरक्षित करते हुए भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है। अभी हाल ही में हमारी सरकार ने 60 हजार 200 से अधिक पुलिस की भर्ती प्रक्रिया को बहुत शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न किया है। प्रदेश के अंदर हर जिले के युवा इस भर्ती में आए हैं। हमारी सरकार ने सात-साढ़े सात वर्ष में सिंचाई, वन, स्वास्थ्य समेत अन्य विभागों में लगभग सात लाख के करीब भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया है। भर्ती की प्रक्रिया पारदर्शिता और ईमानदारी से हुई है, इस पर कोई प्रश्न नहीं खड़ा कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की स्थिति क्या थी। कौन नहीं जानता कि क्या होता था। आप लोग भूल गए, जब 86 एसडीएम पद में से 56 एक ही जाति विशेष के लोग भर दिए गए। दूसरा, वही प्रयागराज है जहां पब्लिक सर्विस कमीशन के कार्यालय में महीनों तक यूपी के नौजवानों ने धरना दिया था। एक अयोग्य व्यक्ति, उस पद के लिए उपयुक्त नहीं था, जिसकी डग्रिी फर्जी थी, उसे आयोग का अध्यक्ष बनाकर पूरे कमीशन और युवाओं के भवष्यि के साथ खिलवाड़ किया गया था। उस समय कैसे-कैसे लोग अध्यक्ष बनाए गए थे, जो स्वयं एक लेक्चरर होने के एलिजिबिल नहीं था। हाईस्कूल, इंटर, ग्रेजुएशन थर्ड डिवीजन, पीएचडी की डग्रिी भी फर्जी, वह व्यक्ति उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन का अध्यक्ष बन गया था।

उन्होने कहा कि भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए इस समय रिफॉर्म किए जाते हैं। आयोगों और बोर्डों को इसका पूरा अधिकार होता है। प्रक्रिया ईमानदारी से पूरी होनी चाहिए। पब्लिक सर्विस कमीशन, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और शक्षिा आयोग भी उसके लिए अधिकृत होते हैं। वे इस प्रक्रिया को कर सकते हैं। जब भी उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए जरूरत होती है, वे इस प्रकार के कदम उठाने के लिए स्वतंत्र हैं।

उनकी शुचिता और पारदर्शिता पर कोई प्रश्न नहीं उठा सकता। इसीलिए इन युवाओं को नियुक्ति पत्र देने के लिए मैं और मेरे मंत्रिमंडल के सदस्यगण जाते हैं। जनप्रतिनिधियों से भी कहते हैं कि वो जिले जिले में जाकर नियुक्ति पत्र वितरण में योगदान दें। हर नौजवान इसके लिए खुश होता है कि सिफारिश किए बगैर न सर्फि हमारी नियुक्ति हुई, बल्कि हमें नियुक्ति पत्र भी प्राप्त हो रहा है। यह हमारे लिए जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण है।

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