हर कुछ हफ्तों या महीनों में, मीडिया मे एक ऐसे नए अध्ययन की चर्चा होती है जो हमें लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जीने में मदद करने वाली एक नई दवा के बारे में आकर्षक तरीके से बताता है। नवीनतम अध्ययन सूजन से जुड़े एक प्रोटीन इंटरल्यूकिन-11 को टारगेट करने वाली एक दवा पर केंद्रित है। ऐसा लगता है कि इस प्रोटीन को ब्लॉक करने से चूहों को बीमारी से बचने और उनके जीवन को 20 प्रतिशत से अधिक बढ़ाने में मदद मिली।
यह अपने आप में हैरान करने वाला है कि समय की मार को चुनौती देना केवल एक गोली खाने जैसे सरल और प्रयास-मुक्त तरीके से हासिल किया जा सकता है। लेकिन जैसा कि अक्सर होता है, इस तरह के निष्कर्षों को वास्तविक दुनिया में इनके महत्व के अनुरूप प्रचार नहीं मिल पाता है।
रोग और उम्र बढ़ने में प्रदाह (inflammation) की भूमिका
शरीर में पुरानी सूजन बीमारी पैदा करने और उम्र बढ़ने में तेजी लाने में भूमिका निभाती है। जबकि अधिक सूजन संक्रमण या चोट के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया है। अगर सूजन शरीर में बनी रहती है, तो यह बहुत हानिकारक हो सकती है। कई जीवनशैली, पर्यावरण और सामाजिक कारक आधुनिक दुनिया में दीर्घकालिक सूजन में योगदान करते हैं। ये मोटे तौर पर वे कारक हैं जिन्हें हम पहले से ही जानते हैं जो बीमारी और उम्र बढ़ने से जुड़े हैं, जिनमें खराब आहार, व्यायाम की कमी, मोटापा, तनाव, नींद की कमी, सामाजिक संबंध की कमी और प्रदूषण शामिल हैं।
जबकि इन मुद्दों को सीधे संबोधित करना पुरानी सूजन, बीमारी और उम्र बढ़ने को संबोधित करने की कुंजी में से एक है, कई शोध समूह यह भी खोज रहे हैं कि फार्मास्यूटिकल्स के साथ पुरानी सूजन का इलाज कैसे किया जाए। उनका लक्ष्य सूजन प्रक्रिया में शामिल आणविक और रासायनिक मार्गों को लक्षित और संशोधित करना है।
नवीनतम शोध क्या दर्शाता है
यह नया इंटरल्यूकिन-11 अनुसंधान चूहों पर किया गया और इसमें कई अलग-अलग घटक शामिल थे। इस शोध के एक घटक में, चूहों में इंटरल्यूकिन-11 को आनुवंशिक रूप से नष्ट कर दिया गया था। इसका मतलब है कि इस रासायनिक मध्यस्थ के लिए जीन को इन चूहों से हटा दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप चूहे अब इस मध्यस्थ का उत्पादन करने में सक्षम नहीं थे।