झांसी! हाल के वर्षों में, गायनेकोलॉजि के क्षेत्र में रोबोटिक टैकनोलजी की शुरूआत और उसे व्यापक रूप से अपनाने का परिवर्तन देखा गया है । रोबोटिक्स से, गायनेकोलॉजि में सर्जनों को अधिक सटीकता और नियंत्रण के साथ मिनिमली इनवेसिव प्रक्रियाओं को पूरा करने की सहायता मिलती है । इस परिवर्तनकारी दृष्टिकोण ने गायनेकोलॉजि संबंधी सर्जरी के तरीके में क्रांति ला दी है, जिससे रोगियों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, दोनों को कई लाभ मिलते हैं आम तौर पर खुली सर्जरी में अक्सर बड़े चीरे लगाने की आवश्यकता होती है, जिससे ठीक होने में लंबा समय लगता है, दर्द बढ़ जाता है और समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। दूसरी ओर, रोबोट-सहायता वाली प्रक्रियाओं में छोटे चीरे शामिल होते हैं, जिससे जल्दी रिकवरी होती है, ऑपरेशन के बाद दर्द कम होता है और घाव कम से कम होते हैं। यह न केवल रोगी अनुभव को बढ़ाता है बल्कि अस्पताल में रहने और पुनर्वास अवधि को कम करके स्वास्थ्य देखभाल संसाधनों पर बोझ को भी कम करता है
रोबोटिक संज्ञा में छोटे, विशेष उपकरण होते हैं जिन्हें सर्जन एक कंसोल के माध्यम से नियंत्रित करते हैं। ये उपकरण मानव हाथ की तुलना में अधिक लचीलेपन के साथ घूम सकते हैं, जिससे सर्जन अत्यधिक सटीकता के साथ कार्य करने में सक्षम हो जाते हैं। इस वजह से, हिस्टेरेक्टॉमी, मायोमेक्टॉमी और ओवेरियन सिस्टेक्टॉमी जैसी नाजुक प्रक्रियाएं, बेहतर परिणामों और कम के कम जोखिम के साथ की जा सकती हैं