मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात मौत हो गई। मुख्तार अंसारी की मौत की 3 सदस्यीय टीम मजिस्ट्रेटी जांच करेगी। यही पोस्टमार्टम के दौरान वीडियोग्राफी की जाएगी।
पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रेटी जांच तीन सदस्यीय टीम करेगी। 2 डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा जिसकी वीडियोग्राफी की जाएगी। बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम सुबह नौ बजे शुरू होगा। पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी का शव उनके बेटे उमर अंसारी को सौंप दिया जाएगा।
कभी दहशत के पर्याय रहे मुख्तार अंसारी की सांसों पर गुरुवार को करीब तीन घंटे तक सवाल उठते रहे। रात 8.20 बजे उसे मेडिकल कॉलेज पहुंचाने की सूचना आम हुई। तभी चर्चा शुरू हो गई कि मुख्तार की मौत हो चुकी है लेकिन अधिकृत रूप से कोई तस्दीक नहीं थी। मेडिकल कॉलेज पहुंचे डीएम-एसपी को हड़बड़ी में कॉल करते देखा गया। डॉक्टरों की भाग दौड़ होती रही। कहा गया कि इलाज जारी है। तत्काल ही मेडिकल कॉलेज का वह परिसर सील कर दिया गया, जहां मुख्तार भर्ती था। अंतत रात 10.44 बजे मेडिकल बुलेटिन जारी कर उसकी मौत की तस्दीक की गई।
मुख्तार की मौत के बाद पूरा बांदा शहर छावनी में तब्दील हो चुका है। वैसे तो पूरे प्रदेश में अलर्ट है पर बांदा और खासकर उसके कुछ मोहल्लों में भारी फोर्स तैनात कर दिया गया है। जेल और अस्पताल के डामनिेशन एरिया में लगी सेंट्रल फोर्स भी तैनात की गई है। 12 सेक्सन पीएसी जेल से मेडिकल कॉलेज तक लगी है। जिले के सभी 18 थानों की फोर्स बुला ली गई है। पुलिस लाइन की रिजर्व फोर्स को जेल से लेकर मरदन नाका, छिपटहरी, बलखंडी नाका बाबूलाल चौराहा, खाईपार मोहल्लों में कड़ी निगरानी के लिए लगाया गया है। मेडिकल कॉलेज परिसर देर रात तक सील है। अंदर मौजूद डॉक्टर व स्वासथ्यकर्मी बाहर नहीं निकले हैं। उनसे किसी की फोन पर बात भी नहीं हो पा रही है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के अलावा डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी अंकुर अग्रवाल और डीआईजी अजय कुमार मौजूद हैं। चारों सर्किल के सीओ भी अंदर ही हैं। मुख्तार के परिजन रात 11 बजे तक बांदा नहीं पहुंचे हैं लेकिन उनके रास्ते में होने की सूचना है।
