West Bengal News: ये झड़प केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक और राज्य सरकार में मंत्री उदयन गुहा की मौजूदगी में हुई है। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने की कोशिश में SDPO घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और राज्य की सत्ताधारी पार्टी TMC के कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हुई है। ये झड़प केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक और राज्य सरकार में मंत्री उदयन गुहा की मौजूदगी में हुई है। बंगाल पुलिस ने बताया कि मंगलवार की रात कूच बिहार जिले के दिनहाटा शहर में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों के बीच हुई झड़प और पत्थरबाजी में कुछ पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए हैं।
तृणमूल कांग्रेस के दिनहाटा विधायक और ममता सरकार में उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा और कूच बिहार से सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने एक दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। हालांकि, दोनों नेताओं ने स्वीकार किया है कि जब ये झड़प हुई तो उस वक्त वे वहीं मौजूद थे।
चुनाव आयोग द्वारा सात चरणों में लोकसभा चुनाव कराने के ऐलान के बाद पश्चिम बंगाल में यह पहली राजनीतिक हिंसा है। राज्य में इस तरह की हिंसा का लंबा रिकॉर्ड रहा है। अकसर प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के समर्थक आपस में भिड़ते रहते हैं। पुलिस के मुताबिक, दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने की कोशिश के दौरान एक पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) के सिर में चोट लगी है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि झड़प के दौरान कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
इस घटना के विरोध में टीएमसी ने बुधवार सुबह से दिनहाटा में 24 घंटे के बंद का आह्वान किया है, जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार में मंत्री उदयन गुहा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिनहाटा पुलिस स्टेशन के बाहर आंदोलन शुरू कर दिया है। इसबीच, चुनाव आयोग ने इस घटना पर रिपोर्ट तलब किया है।
तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए और 2019 में कूच बिहार लोकसभा सीट जीतकर केंद्रीय मंत्री बने निसिथ प्रमाणिक ने आरोप लगाया है कि जब वह संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी उदयन गुहा के समर्थकों ने बिना किसी किसी उकसावे के उनकी टीम पर हमला बोल दिया।
प्रमाणिक ने कहा, “हम एक काफिले में आगे बढ़ रहे थे जिसे रोक दिया गया। मैंने गुहा को अपने समर्थकों से हमारे कार्यकर्ताओं को पीटने के लिए कहते देखा तो मुझे अपनी कार से बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसे समय में जब शांतिपूर्ण चुनाव कराने की कोशिश की जा रही है, गुहा हिंसा भड़का रहे हैं। जब से चुनावों की घोषणा हुई है, गुहा स्थानीय व्यापारिक समुदाय से कह रहे हैं कि जो कोई भी भाजपा का समर्थन करेगा उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
इस घटना के विरोध में टीएमसी ने बुधवार सुबह से दिनहाटा में 24 घंटे के बंद का आह्वान किया है, जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार में मंत्री उदयन गुहा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिनहाटा पुलिस स्टेशन के बाहर आंदोलन शुरू कर दिया है। इसबीच, चुनाव आयोग ने इस घटना पर रिपोर्ट तलब किया है।
तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए और 2019 में कूच बिहार लोकसभा सीट जीतकर केंद्रीय मंत्री बने निसिथ प्रमाणिक ने आरोप लगाया है कि जब वह संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी उदयन गुहा के समर्थकों ने बिना किसी किसी उकसावे के उनकी टीम पर हमला बोल दिया।
प्रमाणिक ने कहा, “हम एक काफिले में आगे बढ़ रहे थे जिसे रोक दिया गया। मैंने गुहा को अपने समर्थकों से हमारे कार्यकर्ताओं को पीटने के लिए कहते देखा तो मुझे अपनी कार से बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसे समय में जब शांतिपूर्ण चुनाव कराने की कोशिश की जा रही है, गुहा हिंसा भड़का रहे हैं। जब से चुनावों की घोषणा हुई है, गुहा स्थानीय व्यापारिक समुदाय से कह रहे हैं कि जो कोई भी भाजपा का समर्थन करेगा उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।