मुजफ्फरनगर में हाईस्कूल की यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपी जमा कराने आए एक शिक्षक पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। इस हत्याकांड को एक पुलिसवाले ने अंजाम दिया है।
यूपी के मुजफ्फरनगर में वाराणसी से हाईस्कूल की यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपी जमा कराने आए एक शिक्षक पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। इस हत्याकांड को किसी और ने नहीं बल्कि एक पुलिसवाले ने अंजाम दिया है। मामूली बात पर बेकाबू हुए इस पुलिसवाले ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर शिक्षक को मौत के घाट उतार दिया।
यूपी के मुजफ्फरनगर में वाराणसी से हाईस्कूल की यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपी जमा कराने आए एक शिक्षक पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। इस हत्याकांड को किसी और ने नहीं बल्कि एक पुलिसवाले ने अंजाम दिया है। मामूली बात पर बेकाबू हुए इस पुलिसवाले ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर शिक्षक को मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने बताया कि बोर्ड परीक्षा की कॉपी जमा कराने के लिए वाराणसी से 14 मार्च को टीम चली थी। शिक्षक धर्मेन्द्र और हेडकांस्टेबल चंद्रपकाश इसी टीम में थे। 17 मार्च को रात में डेढ़ बजे के करीब वे मुजफ्फरनगर एसडी इंटर कॉलेज पहुंचे जहां उन्हें कॉपी जमा करानी थी। कॉलेज का गेट बंद होने के चलते वे कॉलेज के बाहर ही रुक गए। कंटेनर ड्राइवर के केबिन में दरोगा और एक अन्य शिक्षक आराम कर रहे थे। पीछे हेड कांस्टेबल, चंद्रप्रकाश, सहायक अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार और दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आराम कर रहे थे। रात में हेड कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने नशा कर लिया था।
वह शिक्षक से बार-बार तंबाकू मांग रहा था। शिक्षक सोना चाहते थे। उन्होंने हेड कांस्टेबल के बार-बार तंबाकू मांगने पर एतराज किया तो हेड कांस्टेबल गुस्से से बेकाबू हो गया। बताया जा रहा है कि इस दौरान शिक्षक ने मोबाइल पर ड्राइवर केबिन में आराम कर रहे दरोगा से हेड कांस्टेबल की शिकायत भी की लेकिन दरोगा जब तक उतरकर पीछे आते हेड कांस्टेबल ने शिक्षक पर कार्बाइन खोल दी। ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर शिक्षक को मौत के घाट उतार दिया। हत्यारोपी हेडकांस्टेबल चंद्र प्रकाश वाराणसी पुलिस लाइन में तैनात है।