दिल्ली में नरेला के पास अलीपुर में पेंट फैक्ट्री में लगी भीषण आग में अब तक 11 लोगों की मौत हो गई है जबकि 4 अन्य लोग घायल बताए जा रह हैं। गुरुवार शाम हादसा उस वक्त हुआ जब मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक आग लग गई और मजदूर फैक्ट्री में ही फंसे रह गए। लोगों का आरोप है कि आग लगते ही दमकल विभाग को सूचना दी गई लेकिन वह काफी देर से पहुंचेे। इस मामले में को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी जांच के आदेश देने की बात कही है। मामला बढ़ने के बाद अब दमकल अधिकारियों ने मामले पर सफाई दी है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बतााया कि इलाके के आसपास काफी जाम था जिसकी वजह से टीम मौके पर समय पर नहींं पहुंच पाई। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी ने बतााया कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के लिए लगाए गए बैरिकेड्स के कारण ट्रैफिक जाम लग गया था और इसी वजह से दमकल गाड़ियों को पहुंचने में देरी हुई।
केजरीवाल ने क्या कहा?
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है। आग एक पेंट फैक्ट्री में लगी। 11 लोगों की मौत हो गई और 4 अन्य घायल हो गए। हम मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये देंगे। गंभीर रूप से घायल लोगों को 2-2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को 20,000 रुपये दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि दमकल की गाड़ियां देर से पहुंचीं, मैं इसकी जांच के आदेश दूंगा। फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
ऊपर जाने के लिए एक ही सीढ़ी
अधिकारियों ने बताया कि उन्हें शाम 5.25 बजे एक कॉल मिली और 22 दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। फैक्ट्री के ग्राउंड फ्लोर से भड़की आग पर चार घंटे बाद काबू पाया जा सका। ऐसा संदेह है कि फैक्ट्री में एक ही सीढ़ी थी और कोई अग्निशमन उपकरण नहीं था। आग इतनी भीषण थी कि फैक्ट्री से सटे घरों की दीवारें भी इसकी चपेट में आ गईं।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आग लगने के पीछे के कारण की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि मरने वाले लोग पूरी तरह से जल गए थे और उन्हें शव शवगृह में भेज दिया गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने पर, 22 फायर टेंडरों को घटनास्थल पर भेजा गया। 4 घंटे के बाद आग पर काबू पा लिया गया, जिसके बाद कूलिंग और सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ। डीएफएस के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि 150 अग्निशमन कर्मियों ने आग पर काबू पाया। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री को अग्नि सुरक्षा के लिए कोई एनओसी नहीं दी गई थी। एक अग्निशमन अधिकारी ने कहा, ”पेंट फैक्ट्री के अलावा, बिल्डिंंग अंदर कुछ दुकानें और एक पुनर्वास केंद्र चल रहा था जो ढह गया है।”