मोदीनगरः
दैनिक अथाह के समाचार संपादक अशोक ओझा की माता मीरा देवी का स्वर्गवास 28 जनवरी को हो गया था। गुरूवार 8 फरवरी को उनकी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। अशोक ओझा की माता मीरा देवी को श्रद्धांजलि देने के लिए श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज विशेष रूप से पधारे। उन्होंने मीरा देवी को श्रद्धांजलि अर्पित की और भगवान से उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान देने व परिजनों को यह दुख की घडी सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि मनुष्य के जीवन में सबसे अधिक महत्व उसकी मां का ही होता है। बच्चे की पहली गुरू उसकी मां ही होती है और उसकी उंगली पकडकर ही बच्चा ना सिर्फ चलना सिखता है, बल्कि जीवन की हर चुनौती से निपटने के लिए भी तैयार होता है। मां अपने बच्चों की खुशी के लिए बडे से बडा त्याग करने के लिए भी हर समय तैयार रहती है। इसी कारण मां को भगवान से उपर दर्जा दिया गया है। मां भले ही दुनिया में ना रहे, मगर उसका आशीर्वाद अपनी संतान पर हमेशा बना रहता है। मां का ऋण कभी भी चुकाया नहीं जा सकता है। मीरा देवी बहुत ही धार्मिक व सामाजिक विचारों की थीं और विनम्र व व्यवहार कुशल थीं। उन्होंने ये सब संस्कार अपनी संतान को भी दिए और उनकी संतान उनके बताए मार्ग पर चलते हुए उनके सपनों का साकार करें, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। अशोक ओझा, नरेंद्र कुमार ओझा, कथा व्यास अरविंद कुमार ओझा, अभिषेक ओझा, केशव ओझा, माधव ओझा, रजनीकांत, श्रीकांत, सूर्यकांत, गौरव, राम रतन शर्मा आदि परिजनों ने मीरा देवी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
