अशोक शुक्ल बख्शा जौनपुर ।

कोहरे में मार्निग वाक नुकसानदेह साबित हो सकता है, कुछ लोग मार्निग वाक करते है। कोहरा असल में बादल है, जो जमीनी स्तर को छूता है। कोहरा में पानी के कण मौजूद होते हैं। यही कारण है कि जब ठंड बढ़ती है, कोहरा भी बढ़ने लगता है। कोहरे होने पर दूर तक देखने में दिक्कत होती है। इसलिए, जब भी कोई कोहरे में घर से बाहर निकलता है, तो काफी कॉन्शस रहता है। खासकर, जो लोग गाड़ी चलाते हैं, उन्हें खास सावधानी बरतनी पड़ती है। वैसे, कोहरा बढ़ने पर हर व्यक्ति अपनी सेहत की ओर विशेष ध्यान देता है। खानपान में हेल्दी चीजें शामिल करता है और लाइफस्टाइल में अच्छी आदतें भी अपनाता है। “कोहरे की वजह से सेहत को काफी नुकसान पहुंचता है। यह लंग इंफेक्शन, खांसी, अस्थमा और आंखों में जलन जैसी कई परेशानी का कारण बनता है।

दरअसल, कोहरा अपने आप में कोई समस्या नहीं है। लेकिन, कोहरे के साथ-साथ अगर हवा में पल्यूशन मौजूद हो, तो स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। कोहरे में एयर पल्यूटेंट सांस लेने के जरिए हमारे लंग्स में चले जाते हैं, जिससे लंग इंफेक्शन हो सकता है, खांसी की समस्या बढ़ सकती है। बढ़ता कोहरा सबसे ज्यादा अस्थमा के मरीजों के लिए परेशानी खड़ा करता है। जिन्हें सांस से जुड़ी बीमारी है, उन्हें कोहरे के कारण घुटन महसूस हो सकती है या फिर सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। यही कारण है कि विशेषज्ञ कोहरे में लोगों को बाहर निकलने से मना करते है। ज्ञात हो कि फिट और फाइन रहने के लिए सभी को मॉर्निंग वॉक की सलाह दी जाती है.

कहा जाता है कि 2 से 3 किलोमीटर सुबह की मॉर्निंग वॉक शरीर को दिनभर फ्रेश और एनर्जेटिक बनाए रखती है. वैसे तो मॉर्निंग वॉक के कई फायदे हैं लेकिन, सर्दियों के मौसम में सुबह सैर पर निकलना नुकसानदायक हो सकता है. हालांकि अगर आप सही तैयारी और समय के हिसाब से निकले तो आप जरूर ठंड से बच सकते हैं. दरअसल, ठंड के मौसम में शरीर का खास ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि इस समय वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. थोड़ी सी लापरवाही आपको बीमार कर सकती है. ठंडी हवा और उसमें मौजूद नमी शरीर के लिए घातक होती है, ऐसे में ढिलाई बरतना सेहत के लिए नुकसान दायक हो सकता है।

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