आरएसएस कार्यकर्ता पांच-पांच की टोली में गांव-गांव में संपर्क कर उन्हें अयोध्या पहुंचने का न्योता देंगे। एक से 15 जनवरी तक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा गृह संपर्क महाभियान में काशी प्रांत के 22 हजार गांवों के शत-प्रतिशत घरों में संपर्क किया जाएगा।
कौशल्यानंदन प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पांच लाख कार्यकर्ता सोमवार से घर-घर दस्तक अभियान शुरू करेंगे। अभियान के तहत 22 जनवरी को राम दीपोत्सव मनाने की अपील करेंगे।
आरएसएस कार्यकर्ता पांच-पांच की टोली में गांव-गांव में संपर्क कर उन्हें अयोध्या पहुंचने का न्योता देंगे। एक से 15 जनवरी तक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा गृह संपर्क महाभियान में काशी प्रांत के 22 हजार गांवों के शत-प्रतिशत घरों में संपर्क किया जाएगा।
एक से 22 जनवरी तक आरएसएस तीन चरणों में काशी प्रांत में अभियान चलाएगी। 15 जनवरी को संपर्क अभियान पूरा होने के बाद 18 से 21 जनवरी तक गांव-गांव और नगर-नगर में प्रभातफेरी निकाल कर जनजागरण किया जाएगा। इसके लिए सभी जिलों में 35 से 40 कार्यकर्ताओं की समिति बनाई गई है।
खंड और नगर स्तर पर निगरानी के लिए 30 कार्यकर्ताओं की टीम भी बनाई गई है। संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता संपर्क अभियान में यह संदेश देंगे कि 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने पर मनाई गई दीपावली की तर्ज पर 500 वर्षों के लंबे संघर्ष और बलिदान के बाद हो रही प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में 22 जनवरी को घर-घर दीपावली मनाई जाए।
आरएसएस की ओर से काशी प्रांत के सभी मंदिर, मठ सहित अन्य सार्वजनिक जगहों पर प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण किया जाएगा। मंदिरों में शंखनाद, घंटा नाद और प्रसाद वितरण की व्यवस्था और घरों पर भगवा पताके फहराए जाएंगे। इसके लिए संघ पदाधिकारी संपर्क अभियान के दौरान मंदिर समिति व पुजारी के साथ बैठक कर समाज के सभी जाति, मत और पंथ के लोगों को शामिल करने की योजना को मूर्त रूप देंगे।
वाराणसी। अयोध्या के श्रीराम मंदिर में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के साथ ही धार्मिक पर्यटन बूम पर है। काशी-अयोध्या-प्रयागराज सर्किट के बीच एक लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों के समूह ने बुकिंग करा ली है। फरवरी और मार्च के लिए भी एडवांस बुकिंग चल रही है।
हाल यह है कि टूर ऑपरेटर अब बुकिंग लेने से मना कर रहे हैं। टूर ऑपरेटरों के मुताबिक गोवा, आगरा और जयपुर से ज्यादा काशी-अयोध्या-संगम सर्किट के लिए बुकिंग हुई है। नए वर्ष से ही धार्मिक स्थलों में अयोध्या सबसे ऊपर है। काशी-अयोध्या-प्रयागराज टूरिस्ट सर्किट के लिए दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कोलकाता, पटना, बिहार, एमपी और राजस्थान से बुकिंग मिल रही है।