हिन्दुस्तान डेली क्विज कॉन्टेस्ट ‘सुर्खियां 2023’ में 9 दिसंबर को प्रश्न पूछा गया था कि शतरंज विश्व कप-2023 में 18 वर्षीय … शतरंज विश्व कप फाइनल में पहुंचने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। इस प्रश्न का उत्तर है – आर प्रज्ञाननंदा।
प्रज्ञाननंदा ने शतरंज विश्व कप-2023 में रच दिया इतिहास
इस साल शतरंज में भी भारत ने नया इतिहास रचा। विश्व कप- 2023 में भारत भले चैंपियन नहीं बन पाया, लेकिन 18 वर्षीय आर. प्रज्ञाननंदा शतरंज विश्व कप फाइनल में पहुंचने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। प्रज्ञाननंदा ने सेमीफाइनल में टाई-ब्रेकर में फैबियानो कारुआना को हराया था। वह शतरंज विश्व कप इतिहास में विश्वनाथन आनंद के बाद फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय भी बन गए। प्रज्ञाननंदा का जन्म 10 अगस्त 2005 को चेन्नई में हुआ था। वह सिर्फ तीन साल की उम्र में इस खेल से जुड़ गए थे। नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन पांच बार के विश्व चैंपियन रह चुके हैं, लेकिन फाइनल में दोनों की टक्कर बराबरी की थी। आखिर टाईब्रेकर में प्रज्ञाननंदा को हराकर उन्होंने खिताब अपने नाम कर लिया। फाइनल में पहले दो राउंड ड्रॉ पर समाप्त हुए और प्रज्ञाननंदा ने कार्लसन को टाईब्रेकर तक खींच लिया था। प्रज्ञाननंदा भले फाइनल मुकाबले में हार गए, लेकिन रनरअप के तौर पर उन्होंने मोटी धनराशि जीतने में कामयाबी हासिल की।
इस साल शतरंज में भी भारत ने नया इतिहास रचा। विश्व कप- 2023 में भारत भले चैंपियन नहीं बन पाया, लेकिन 18 वर्षीय आर. प्रज्ञाननंदा शतरंज विश्व कप फाइनल में पहुंचने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। प्रज्ञाननंदा ने सेमीफाइनल में टाई-ब्रेकर में फैबियानो कारुआना को हराया था। वह शतरंज विश्व कप इतिहास में विश्वनाथन आनंद के बाद फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय भी बन गए। प्रज्ञाननंदा का जन्म 10 अगस्त 2005 को चेन्नई में हुआ था। वह सिर्फ तीन साल की उम्र में इस खेल से जुड़ गए थे। नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन पांच बार के विश्व चैंपियन रह चुके हैं, लेकिन फाइनल में दोनों की टक्कर बराबरी की थी। आखिर टाईब्रेकर में प्रज्ञाननंदा को हराकर उन्होंने खिताब अपने नाम कर लिया। फाइनल में पहले दो राउंड ड्रॉ पर समाप्त हुए और प्रज्ञाननंदा ने कार्लसन को टाईब्रेकर तक खींच लिया था। प्रज्ञाननंदा भले फाइनल मुकाबले में हार गए, लेकिन रनरअप के तौर पर उन्होंने मोटी धनराशि जीतने में कामयाबी हासिल की।
