बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवर्ती तूफान मोंथा का असर गुरुवार को पूर्वी यूपी में नजर आया। ठंडी हवा के बीच आसमान में गहरे काले बादल छाए रहे। पूरे दिन रुक-रुक कर रिमझिम फुहारे गिरती रहीं। इससे पारा काफी नीचे आ गया। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को करीब 20 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इस बीच अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 9 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया। लुढ़के पारे ने अक्तूबर में दिन के तापमान का पिछले 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। बारिश का यह सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रह सकता है।

गुरुवार को अधिकतम तापमान 22.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से करीब 9 डिग्री सेल्सियस नीचे था। बीते 20 वर्षों में यह अक्तूबर का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। इससे पहले वर्ष 2005 में 21 अक्तूबर को दिन का तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस था। सामान्यत: अक्टूबर में अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस होता है। न्यूनतम तापमान 21 डिग्री दर्ज किया गया है, जो सामान्य तापमान से 3.2 डिग्री सेल्सियस कम था।

बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफान मोंथा और पूर्व मध्य अरब सागर में कम दबाव के क्षेत्र के डिप्रेशन से उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में गुरुवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई। मानसून जैसी बारिश से दिन का पारा 03.4 डिग्री सेल्सियस गिरा। यह सीजन (अक्तूबर) का सबसे कम तापमान है। इसने दिन में भी सर्दी का अहसास कराया। शुक्रवार को भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

पूर्व मध्य अरब सागर के डिप्रेशन ने देश के बड़े क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है। इसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। यहां के ज्यादातर जिलों में बुधवार रात से बूंदाबांदी और बारिश का दौर शुरू हो गया जो गुरुवार को भी जारी है। सुबह तो बूंदाबांदी हो रही थी लेकिन बाद में यह बारिश में बदल गई। कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश देर शाम तक होती रही।

बारिश के कारण नमी का अधिकतम प्रतिशत 98 और न्यूनतम 96 पहुंच गया। ऐसे में तापमान गिर गया। दिन का पारा सीजन का सबसे कम 22.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

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