बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं पर केंद्रित लगभग 62000 करोड़ रुपये की योजनाओं की शुरुआत शनिवार को करेंगे। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में सुबह 11 बजे से कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस दौरान वे पीएम-सेतु योजना का शुभारंभ करेंगे, जिसके तहत 1000 सरकारी आईटीआई को हब-एंड-स्पोक मॉडल में अपग्रेड किया जाएगा। योजना के पहले चरण में पटना और दरभंगा के आईटीआई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। पीएम-सेतु 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश वाली केंद्र प्रायोजित योजना है।
पीएम नरेंद्र मोदी 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 400 नवोदय विद्यालयों और 200 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में स्थापित 1,200 वॉकेशनल स्किल लैब का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम का एक विशेष जोर बिहार में परिवर्तनकारी परियोजनाओं पर होगा।
प्रधानमंत्री बिहार की संशोधित मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का शुभारंभ भी करेंगे। इसके तहत 5 लाख बेरोजगार युवाओं को 2 साल के लिए 1000 रुपये का मासिक भत्ता और मुफ्त कौशल प्रशिक्षण दिया जाएग।
पीएम मोदी पुन: डिजाइन की गई नीतीश सरकार की बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना भी शुरू करेंगे। इसके तहत 4 लाख रुपये तक का पूरी तरह से ब्याज मुक्त एजुकेशन लोन उच्च शिक्षा के लिए छात्र-छात्राओं को मिलेगा। इस योजना के तहत 3.92 लाख से अधिक छात्र पहले ही 7,880 करोड़ रुपये से अधिक का लोन ले चुके हैं। अब चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे ब्याज मुक्त कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार युवा आयोग का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया जाएगा। यह 18 से 45 वर्ष की आयु के लोगों के लिए एक वैधानिक आयोग है, जो राज्य की युवा आबादी की ऊर्जा को दिशा देने और उसका उपयोग करने का काम करेगा।
मोदी बिहार में जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का भी उद्घाटन करेंगे। वे पटना यूनिवर्सिटी, मधेपुरा के भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, छपरा में जय प्रकाश यूनिवर्सिटी और पटना की नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी में नई शैक्षणिक और अनुसंधान सुविधाओं की आधारशिला रखेंगे।
कुल 160 करोड़ रुपये के आवंटन वाली ये परियोजनाएं 27,000 से अधिक छात्रों को आधुनिक शैक्षणिक बुनियादी ढांचे, उन्नत प्रयोगशालाओं, छात्रावासों और बहु-विषयक शिक्षण के अवसर प्रदान करके लाभान्वित करेंगी। प्रधानमंत्री एनआईटी पटना के बिहटा परिसर का लोकार्पण करेंगे।
इसके अलावा, वे बिहार सरकार में 4000 से अधिक नवनियुक्त उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र भी वितरित करेंगे और मुख्यमंत्री बालक/बालिका छात्रवृत्ति योजना के तहत कक्षा 9 और 10 के 25 लाख छात्रों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से 450 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति जारी करेंगे।
