मेरठ के कबाड़ी बाजार इलाके में देह व्यापार के लिए बदनाम कोठों पर दोबारा जिस्मफरोशी कराई जा रही है। मिशन मुक्ति फाउंडेशन और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग सदस्य प्रियांक ने एसएसपी मेरठ से शिकायत की। सीओ कैंट के नेतृत्व में टीम बनाकर गुरुवार रात छापेमारी कराई। 40 पुलिसकर्मियों की टीम ने दो घंटे की कार्रवाई में पांच कोठा संचालिका, चार दलाल और एक ग्राहक के अलावा 21 युवतियों को बरामद किया।
ब्रह्मपुरी थाने में नौ आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया है। मिशन मुक्ति फाउंडेशन दिल्ली के डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह ने बताया 2019 में एडवोकेट सुनील चौधरी की याचिका पर हाईकोर्ट ने मेरठ के कबाड़ी बाजार में सभी 58 कोठों को बंद करने का आदेश दिया था।
कोठा संचालिकाओं ने हाईकोर्ट में हलफनामा दिया कि देह व्यापार नहीं कराएंगी और कोठे खोलने की अनुमति मांगी। 2023 में 15 कोठे खोलने की अनुमति दी गई। कोठे खोलने के बाद यहां देह व्यापार कराया जाने लगा। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग सदस्य प्रियांक ने इस जानकारी पर एसएसपी को पत्र लिखा था।
पुलिस टीम कबाड़ी बाजार में बंदी वाहन लेकर पहुंची थी। पुलिस कार्रवाई के दौरान लोगों को हिरासत में लिया गया। इस दौरान बंदी वाहन में सभी को भर लिया गया और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाने पर लाया गया।
एसएसपी मेरठ, डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि कबाड़ी बाजार के कोठों पर देह व्यापार की शिकायत मिली थी। सीओ के नेतृत्व में टीम बनाकर दबिश कराई गई है। नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बरामद युवतियों और महिलाओं को कोर्ट के सामने पेश कराया जाएगा।
मिशन मुक्ति फाउंडेशन दिल्ली के डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जिस जगह पुलिस ने छापा मारा वहां मौके पर चौकी भी है। बावजूद इसके कोठे पर देह व्यापार चल रहा था।
