विजडम इंडिया।

देहरादून संवाददाता। 16 जुलाई 2025 को रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय, देहरादून के संस्कृति विभाग द्वारा हरियाली के पर्व हरेला के पावन अवसर पर “एक पेड़ माँ के नाम” शीर्षक से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह भावनात्मक एवं पर्यावरणीय चेतना से परिपूर्ण आयोजन प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने और हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया, जिसके अंतर्गत पौधे रोपित किए गए।


कार्यक्रम के अंतर्गत महायान-थेरवाद-वज्रयान बौद्ध धार्मिक एवं चैरिटेबल ट्रस्ट, मेजर जनरल डॉ. जी.के. थपलियाल ने प्रकृति संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा, “प्रकृति हमारी माँ के समान है, और उसका संरक्षण हमारा धर्म है।”


इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. हिमांशु ऐरन ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, “वृक्षारोपण केवल एक कर्मकांड नहीं, बल्कि यह हमारी भावनाओं और कर्तव्यों का प्रकटीकरण है।” डाo ऐरन ने कहा कि पौधारोपण के साथ रोपित पौधों का संरक्षण अत्यन्त आवश्यक हैं, उन्होने आज रोपित वृक्षों की उचित देखभाल की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय सदस्यों को सौंपी।


स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय, मेरठ के IQAC निदेशक डॉ. कपिल कुमार, कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि “इस प्रकार के आयोजन न केवल पर्यावरणीय संतुलन के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि विद्यार्थियों में संवेदनशीलता एवं सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना भी विकसित करते हैं।”
कार्यक्रम में रजिस्ट्रार श्री खालिद हसन, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. रविंद्र प्रताप सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही। साथ ही संस्कृति विभाग के सचिव एवं कंप्यूटर अनुप्रयोग विभाग के विभागाध्यक्ष श्री विनय सेमवाल ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत सांस्कृतिक प्रस्तुति से हुई, जिसके पश्चात वृक्षारोपण अभियान चलाया गया। कार्यकर्ता में बड़ी संख्या में शिक्षकगण, छात्र एवं कर्मचारीगण उत्साहपूर्वक सम्मिलित हुए। “एक पेड़ माँ के नाम” कार्यक्रम ने पर्यावरणीय जागरूकता को एक नई दिशा दी और सभी के लिए एक स्मरणीय एवं प्रेरणादायक अनुभव बन गया।

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