विजडम इंडिया

देहरादून। प्रो. डॉ. हिमांशु ऐरन, वाइस-चांसलर, आर.बी.बी. सुभारती विश्वविद्यालय, देहरादून, को शिक्षा क्षेत्र में उनके मूल्यवान और अनुकरणीय योगदान के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनकी उत्कृष्टता और शिक्षा के भविष्य को आकार देने के प्रति समर्पण को स्वीकार करता है।

एक प्रमुख वक्ता और पैनलिस्ट के रूप में, डॉ. ऐरन ने ए.आई.-संचालित और प्रौद्योगिकी-चालित दुनिया के संदर्भ में शिक्षा प्रणाली को अद्यतन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने विशेष रूप से स्वास्थ्य शिक्षा में प्रौद्योगिकी की प्रगति और मानव मूल्यों के बीच संतुलन बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला।
डॉ. ऐरन ने शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि छात्र तेजी से बदलती दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त कर सकें। उनकी भागीदारी और अंतर्दृष्टि ने शिक्षा के भविष्य के बारे में चल रही बातचीत में योगदान दिया।

प्रोफेसर डाo मनमोहन गुप्ता, डीन, एकेडमिक्स, सुभारती विश्वविद्यालय ने भी वक्ता के रुप में अपने प्रेरक उद्बोधन के द्वारा शिक्षा नीति 2020 के तहत किए जाने वाले परिवर्तन पर चर्चा की।

अर्डोरकॉम शिक्षा नेतृत्व शिखर सम्मेलन ने शिक्षकों, उद्योग नेताओं और नीति निर्माताओं के लिए शिक्षा में नवीनतम रुझानों और नवाचारों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान किया। डॉ. ऐरन की उपस्थिति और विचारों ने ए.आई.-संचालित और प्रौद्योगिकी-चालित दुनिया के लिए छात्रों को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए चर्चा में मूल्य जोड़ा।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *