जेईई मेन्स परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग से बचें
संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) मेन्स, हमारे देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। जेईई मेन्स परीक्षा में 75 प्रश्न पूछे जाते हैं और उनका कुल अंक 300 होता है। जेईई परीक्षा में गलत उत्तर देने पर नेगेटिव मार्किंग की जाती है, अगर आप नेगेटिव मार्किंग से बचना चाहते हैं और टॉप मार्क्स लाना चाहते हैं तो ये 7 टिप्स जरूर फॉलो कीजिए।
मार्किंग स्कीम को समझें
परीक्षा में शामिल होने से पहले सबसे जरूरी है कि आपको पता हो, सही उत्तर के लिए 4 अंक मिलते हैं और गलत उत्तर के लिए 0.25 यानी कि 1 अंक काट लिया जाता है।

जो आता है, उसे पहले करें
सबसे पहले उन प्रश्नों का उत्तर मार्क कीजिए, जिनका उत्तर आपको पता है। कठिन और आसान प्रश्नों के समान अंक हैं, इसलिए पहले आसान प्रश्न कीजिए।

परीक्षा में अटकलों/अनुमान से बचें
परीक्षा के समय जिन प्रश्नों के पता है,उन्हें ही मार्क कीजिए। दुविधा की स्थिति में अटकलें/अनुमान न लगाएं, वरना आप गलत उत्तर भी मार्क कर सकते हैं, पूर्ण रूप से आश्वस्त होने पर ही उत्तर मार्क करें।
टाइम मैनेजमेंट
टाइम मैनेजमेंट नेगेटिव मार्किंग से बचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परीक्षा के समय को हर एक सेक्शन और प्रश्न के लिए बांट दीजिए। एक ही सवाल पर बहुत समय बिताने से बचें। याद रखें, एक सवाल को बिना उत्तर करना बेहतर है, उसका गलत उत्तर देने से।
सवालों को ध्यान से पढ़ें
नेगेटिव मार्किंग का एक अन्य कारण है सवालों को ध्यान से नहीं पढ़ना। सवाल को सही तरीके से समझकर, आप सटीकता से उत्तर देने और नेगेटिव मार्किंग से बचने की संभावना बढ़ा सकते हैं।
