Maha Kumbh 2025 : जनवरी माह से गंगा की धरा पर महाकुंभ का आगाज होगा। देश ही नहीं विदेश के भी लोग इसके साक्षी बनेंगे। इस बार के महाकुंभ को यादगार बनाने की कवायद चल रही है।
खासकर अमृत फल यानी आंवले से विदेशी मेहमानों का स्वागत होगा। इसको लेकर अभी से ही तैयारियां शुरू हो गई हैं। आंवले के उत्पाद तैयार करने पर अधिक जोर है।
आंवला गुणों का खजाना
अमृत फल यानी आंवले से जनपद की पहचान है। आंवला गुणों का खजाना है। यहां पर आंवले से तैयार होने वाले उत्पाद मुरब्बा, लड्डू, बर्फी, कैंडी, चूरन, चटनी, अचार, सिरका आदि की अधिक मांग भी है। देश विदेश के कोने-कोने तक आंवले का उत्पाद डिमांड पर भेजा जाता है।
