आप भूले तो नहीं होंगे अभिव्यक्ति के इस उत्सव को। हर वर्ष की भांति इस बार भी संवाद का सतरंगी मेला दैनिक जागरण संवादी 16 नवंबर से सजने जा रहा है। आयोजन स्थल है- लखनऊ विश्वविद्यालय का मालवीय सभागार। दो दिवसीय इस उत्सव में हर दिन कई सत्र होंगे। इसमें विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ विमर्श करेंगे। अलग-अलग क्षेत्रों की हस्तियों को सुनने और उनसे मिलने का यह सुअवसर जाने न दीजिएगा।
संवादी में प्रवेश निश्शुल्क है। पहले दिन 16 दिसंबर को दोपहर 12:30 बजे से संवादी का उद्घाटन सत्र शुरू होगा। इसमें हमारे अतिथि होंगे लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय। उनसे दैनिक जागरण के राज्य संपादक (उत्तर प्रदेश) आशुतोष शुक्ल संवाद करेंगे। दोपहर एक बजे से दो बजे तक प्रथम सत्र में नेहरू से मोदी युग का साहित्य पर प्रकाश डालेंगे आलोचक प्रो. सुधीश पचौरी, लेखक प्रो. उदय प्रताप सिंह व लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. पवन अग्रवाल। इनसे अनंत विजय संवाद करेंगे।
दोपहर दो से 2.30 बजे तक द्वितीय सत्र जागरण ज्ञानवृत्ति चलेगा। इसमें लेखिका नाइश हसन से उनकी पुस्तक मुताह पर चर्चा की जाएगी। साथ ही निर्मल पांडेय हिंदुत्व का राष्ट्रीयकरण पर विचार साझा करेंगे। तीसरा सत्र जागरण बेस्टसेलर दोपहर 2:30 से 3:30 बजे तक चलेगा। इसमें लेखक उदय माहूरकर, लेखक विजय मनोहर तिवारी व लेखिका अमि गणात्रा के साथ नवीन चौधरी विमर्श करेंगे। आजकल वक्फ चर्चा में है।
दोपहर दो से 2.30 बजे तक द्वितीय सत्र जागरण ज्ञानवृत्ति चलेगा। इसमें लेखिका नाइश हसन से उनकी पुस्तक मुताह पर चर्चा की जाएगी। साथ ही निर्मल पांडेय हिंदुत्व का राष्ट्रीयकरण पर विचार साझा करेंगे। तीसरा सत्र जागरण बेस्टसेलर दोपहर 2:30 से 3:30 बजे तक चलेगा। इसमें लेखक उदय माहूरकर, लेखक विजय मनोहर तिवारी व लेखिका अमि गणात्रा के साथ नवीन चौधरी विमर्श करेंगे। आजकल वक्फ चर्चा में है।