गुजरात में निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के लिए बड़ी राहत देने वाली खबर है। अब उन्हें अपने ठिकाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। उन्हें सिर्फ 5 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराये पर अस्थायी आवास प्रदान किया जाएगा। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को लगभग 15000 निर्माण श्रमिकों के लिए अस्थायी आवास प्रदान करने की योजना शुरू की।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘श्रमिक बसेरा’ योजना के लिए राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद, गांधीनगर, वडोदरा और राजकोट शहरों में निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों के रहने के लिए 17 आवासीय संरचनाओं का भूमि-पूजन समारोह किया। मुख्यमंत्री पटेल अहमदाबाद के जगतपुर इलाके में ऐसे ही एक स्थल पर आवासीय संरचना की आधारशिला रखने के लिए खुद मौजूद थे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने ऐसी अन्य 16 आवासीय संरचनाओं की वर्चुअली आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री पटेल ने श्रमिक बसेरा योजना के लिए एक पोर्टल भी लॉन्च किया।
मजदूरों के लिए आवासीय संरचना की आधारशिला रखने के लिए अहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि आवासीय सुविधा तैयार होने के बाद इस योजना से लगभग 15000 निर्माण श्रमिकों को लाभ होगा। निर्माण श्रमिकों को 5 रुपये प्रति व्यक्ति दैनिक किराये पर आवास उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि अगले तीन वर्षों में लगभग 3 लाख निर्माण श्रमिकों के लाभ के लिए पूरे गुजरात में ऐसे और अधिक आवास केंद्र बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर 1500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। कहा कि सरकार के इस कदम का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और निर्माण श्रमिकों को भोजन, स्वास्थ्य, आवास और वित्तीय सहायता प्रदान करके उनके जीवन स्तर में गुणात्मक बदलाव लाना है।
