झॉसी! स्मार्ट सिटी का तमगा लगाने के बाद बुन्देलियों का हाल बेहाल हो गया है कभी वाटर टैक्स अफसर माला-माल कभी हाउस टैक्स, कभी वाहन चालान के नाम पर लूट की जा रही है। अफसर भी आँखे बन्द कर इन लूट पत्रो पर अपनी चिडिया बैठा रहे है और जनप्रतिनिधि आँख व मुह पर पट्टी बाँध कर बैठे हैं। सरकार गरीबी हटाने की बात करती हैं पर गरीबो का ही खून चूसने का कार्य कर रही हैं। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय द्वारा जनसूचना अधिकार के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झॉसी व सी०ओ० यातायात से वर्ष 2023 में हुये चालानो की सूचना मांगी जिसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आये है। क्षेत्राधिकारी यातायात द्वारा दी गई सूचना में बताया गया है कि यातायात क्षेत्रान्तर्गत इस तरह चालान किये गये हैं उन्होंने बताया कि 56006 चार पहिया वाहन 7057 तीन पहिया और 86007 दो पहिया वाहनों का चालान किया गया है महज 11 माह में करीब सवा तीन सौ दिन में ढेड लाख गाढियो का चालान ही बुन्देलियों पर होने वाले ज्यादती की रफ्तार बता रहे है सूचना अधिकार में क्षेत्राधिकारी यातायात ने न तो यह है कि बताया इन चालानों से बुन्देलियो की जेब पर कितना झटका लगा है। इस सूचना के बाद बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा ने जिला प्रशासन व यातायात पुलिस से जनसूचना के तहत यह जानकारी मांगी है कि इन 11 माह की अवधि में सरकारी अधिकारी, सासद, मंत्री, विधायक, व अन्य राजनैतिक दलो के प्रमुख ऐसे पदाधिकारी जिनकी गाडी पर झण्डा एवं नाम पट्टी का लगी है के कब और किस धारा में चालान किये गये। यहाँ यह उल्लेख करना आवश्यक है यातायात पुलिस ने शहर स्मार्ट सिटी योजना के तहत प्रमुख स्थानो पर सी०सी०टी०बी० कैमरे लगाये है इसमें गति सीमा 35 किलो मीटर की तय है इसमें अधिक होने पर कैमरे आटो मैटिक वाहन का चालान कर देता है। यह सभी जानते है कि उल्लेखित अफसर व प्रमुख जनप्रतिनिधि जन फ्लीट के साथ सड़क पर फराटे भरते हैं तो वाहन की गति न्यूनतम 60 किलो मीटर प्रति घण्टा पर होती है