झांसी! महाप्रबन्धक, उत्तर मध्य रेलवे स्तर पर नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मेन्स यूनियन की स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक महाप्रबन्घक कार्यालय अवस्थित अरावली सभागार में दिनांक 20 व 21 मार्च 2024 को संपन्न की गई, जिसमें नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मेन्स यूनियन के केन्द्रीय पदाधिकारी, मण्डलों के मण्डल अध्यक्ष, मण्डलमंत्री, मुख्यालय मण्डल के शाखामंत्री व महिला प्रतिनिधियों ने शिरकत की।

बैठक में हर विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष मौजूद रहे। बैठक में पूरे उत्तर मध्य रेलवे में कार्यरत तमाम विभागों के कर्मचारियेां की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक की शूरूआत करते हुए महाप्रबन्धक, उत्तर मध्य रेलवे महोदय ने अपने प्रारंभिक भाशण में जहां रेल में चल रही सरकारी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की, वहीें उन्होंने यूनियन के सहयोग की सराहना की और बताया कि जो भी कार्य रेलवे में संपन्न हो रहे है, वह बिना कर्मचारियों के प्रयास व सहयोग से संभव नही हो सकता है। यूनियन के सहयोग की उन्होंने भूरि-भूरि प्रषंसा की।

नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मेन्स यूनियन के केन्द्रीय अध्यक्ष श्री शिव गोपाल मिश्र ने अपने प्रारंभिक भाशण में एडवाइजरी कमेटियाँ यथाः प्रेम, रनिंग रूम कमेटी, हास्पिटल विजिटिंग कमेटी, सेफ्टी कमेटी, रेस्ट रूम कमेटी, कालोनी इंस्पेंक्षन कमेटी जो कोविड के बाद निष्क्रिय हो गई है, उसे सुचारू रूप से आयोजित किये जाने की मांग की। उन्होंने ने बताया कि कर्मचारियों को अनायास एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रताड़ित करने के लिए स्थानांतरित किया जाता है, इससे जहां उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई प्रभावित होती है, वहीं कर्मचारी भी तनाव में रहते हैं जो कार्य करने की विधा पर प्रभाव डालता है। अनुकम्पा के आधार पर मृत कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देने में आनाकानी करने से मृत कर्मचारी के परिवार तमाम संकटों से गुजर रहा है जो अच्छा नही है। प्रयागराज मण्डल में ही लगभग 2500 से ज्यादा अनुकम्पा आधारित नियुक्ति के मामले या तो रोके गये हैं अथवा निरस्त कर दिये गये हैं। जो ठीक नही है, जबकि एक कर्मचारी की मृत्यु के स्थान पर एक आश्रित को नौकरी देने का आदेष है अतः मृत कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी देना सुनिश्चित किया जाय और जिनके मामले निरस्त कर दिये गये हैं, उस पर भी पुनर्विचार किया जाय

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