यूपी में बारिश और ओलावृष्टि को लेकर सीएम योगी ने जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नज़र रखें और प्रभावित लोगों को मदद प्रदान करें।
सीएम योगी ने बारिश और ओलावृष्टि को लेकर अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नज़र रखें और प्रभावित लोगों को मदद प्रदान करें। उन्होंने आपदा से हुई जनहानि से प्रभावित परिवारों को अनुमन्य राहत राशि अविलंब प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा अथवा पशु हानि हुई, ऐसे प्रभावितों को तत्काल अनुमन्य वित्तीय सहायता प्रदान की जाए। सीएम योगी ने यह निर्देश भी दिए हैं कि फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर शासन को आख्या उपलब्ध कराई जाए ताकि इस संबंध में अग्रेतर कार्यवाही की जा सके।
प्रदेश में मंगलवार की रात आंधी, बारिश और ओलावृष्टि हमीरपुर में दो व जौनपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। फतेहपुर में आकाशीय बिजली गिरने से 167 भेड़ों की मौतें हो गई। हमीरपुर में बिजली के तार पोल टूट कर गिरने से एक किसान की करेंट की चपेट में आकर मौत हो गई और दूसरे की आंधी में उखड़े पोल से दब कर मौत हो गई। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने प्रदेश के सभी जिलों से फसलों की क्षतिपूर्ति के लिए आकलन करते हुए रिपोर्ट देने को कहा है। इसके साथ ही प्रभावितों को राहत पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक जालौन, मथुरा, कन्नौज, फतेहपुर, हरदोई, हमीरपुर, बांदा, कानपुर नगर की बिल्हौर, कानपुर देहात की रसूलाबाद में ओलावृष्टि हुई है। इससे फसलों की क्षति हुई है। इसके अलावा एटा, सीतापुर, आजमगढ़, फर्रुखाबाद, इटावा, अमेठी, प्रयागराज, अयोध्या, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, कासंगज, अंबेडकरनगर, गोरखपुर, गाजीपुर, कौशांबी, मऊ, संतकबीरनगर और बहराइच में हल्की बारिश हुई है।
गोरखपुर में मंगलवार की भोर में बारिश हुई। इस दौरान 0.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई। इस दौरान तेज हवा के चलते गेहूं की अगेती फसल को 10 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। बुंदेलखंड के साथ मध्य यूपी के कई जिलों में मंगलवार की रात और बुधवार दोपहर आंधी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे आलू और सरसों की फसल को नुकसान हुआ। ओलावृष्टि से गेहूं पर असर पड़ा। हमीरपुर, उरई, चित्रकूट के साथ फतेहपुर, इटावा, कन्नौज, फर्रुखाबाद, उन्नाव और कानपुर देहात में फसलों का ज्यादा नुकसान हुआ।