कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद के शुक्रवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। आजाद ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि बीते आठ वर्षो में नेतृत्व ने एक ऐसे व्यक्ति को पार्टी पर थोपने का प्रयास किया जो गंभीर नहीं था। हालांकि आजाद के हमलों के बीच राहुल गांधी को एक अन्य मुस्लिम नेता का साथ मिला।
राहुल गांधी को अपना समर्थन देते हुए पार्टी नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि यह “सोचा-समझा” फैसला नहीं है कि लंबे समय से पार्टी से जुड़े लोगों ने इसे छोटे मुद्दों के लिए छोड़ दिया है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी हमारे नेता हैं और रहेंगे। राहुल गांधी के साथ हमारा लेन-देन का रिश्ता नहीं है। पार्टी के लिए कुछ करना हमारा कर्तव्य है। यह परिपक्व नहीं है कि जो लोग लंबे समय से पार्टी से जुड़े थे वे इतनी छोटी सी बात पर छोड़ दिए।”
खुर्शीद ने उम्मीद जताई की पार्टी फिर से खड़ी होगी। खुर्शीद ने कहा, “ऐसा नहीं है कि हम कहीं नहीं जा सकते लेकिन हम नहीं जाएंगे बल्कि पार्टी के साथ रहेंगे। हम (कांग्रेस) पार्टी के साथ इस देश का भविष्य देखते हैं और उम्मीद करते हैं कि यह फिर से उठ खड़ी होगी।” खुर्शीद की यह टिप्पणी गुलाम नबी आजाद और आरएस चिब सहित पार्टी के छह अन्य सदस्यों के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद आई है। आजाद के समर्थन में पार्टी छोड़ने वालों में जीएम सरूरी, हाजी अब्दुल राशिद, मोहम्मद अमीन भट, गुलजार अहमद वानी और चौधरी मोहम्मद अकरम शामिल हैं।
2022-08-26 16:42:11 https://www.wisdomindia.news/?p=5230