अभिनेता प्रभाष की आगामी फिल्म ‘आदिपुरुष’ का टीजर लांच होने के बाद उसकी आलोचना भी शुरू हो गई है। अयोध्या के संत समाज के बाद अब उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी इस फिल्म को लेकर की तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा है कि हिंदू सभ्यता और भारत की संस्कृति में भगवान राम जन-जन में बसे हुए हैं। उनका अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि फिल्मों के जरिए हिंदू समाज की भावनाओं पर आक्रमण किया जा रहा है। यह बिल्कुल गलत है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।
दो अक्टूबर को भगवान रामलला के अस्थायी मंदिर में इस फिल्म की टीम को टीजर लांच करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मंदिर के नियमों में ढील देने पर अयोध्या का संत समाज भी नाराज चल रहा है। अयोध्या में आदिपुरुष की टीम को रामलला के अस्थायी मंदिर में नियमों को दरकिनार कर शाम छह बजे के बाद दर्शन करवाए जाने और रामलला के विग्रह के साथ फोटो खिंचवाए जाने का मामले से लोग नाराज हैं। आमतौर पर रामलाल के अस्थायी मंदिर में दर्शन करने का समय सुबह सात बजे से लेकर 11 बजे तक और दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक ही खुला रहता है।
हनुमान के गेटअप पर भी डिप्टी सीएम ने खड़े किए सवाल
डिप्टी सीएम ने हनुमान के गेटअप को लेकर भी इस फिल्म फिल्म के निर्माण प्रबंधन को फटकार लगाई है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि लगातार हमारी संस्कृति को बदलने का प्रयास हो रहा है। हमारी संस्कृति और विरासत पर हमें गर्व है। संत समाज के आक्रोश पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संत समाज हिंदू समाज की रक्षा के लिए है। आदि काल में शंकराचार्य पीठों की स्थापना हुई। जब आक्रांताओं ने हमले किए थे, तब भी इन्हीं अखाड़ों के माध्यम से हमारी संस्कृति की रक्षा की गई थी। संत समाज ने जो कहा है उस पर गंभीरतापूर्वक ध्यान देने की जरूरत है। हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं है।
2022-10-04 18:01:34 https://www.wisdomindia.news/?p=6543