केंद्र सरकार के अध्यादेश को कानून बनने से रोकने के लिए विपक्षी दलों से समर्थन जुटा रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की।
माकपा दफ्तर में हुई इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया के सामने आकर बताया कि एक साथ मिलकर केंद्र के इस कदम का विरोध करेंगे। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस में आम आदमी पार्टी से गठबंधन का विरोध होने को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। दिल्ली के सीएम ने इसे जनता और संविधान के लिए लड़ाई बताते हुए एक बार फिर से अपील की कि सभी पार्टियों को साथ आना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कल यदि राजस्थान के खिलाफ सरकार ऐसा कोई अध्यादेश लाती है तो वह साथ देंगे।
आप नेताओं के साथ मापका दफ्तर पहुंचे अरविंद केजरीवाल ने सीताराम येचुरी को गले लगाया और फिर गुलदस्ता भेंट किया। मुलाकात के बाद दोनों नेता मीडिया के सामने आए और कुछ सवालों के जवाब दिए। कांग्रेस में आप से गठबंधन को लेकर हो रहे विवाद को लेकर जब सवाल पूछा गया तो केजरीवाल ने कहा, ‘मैं जो अखबारों में पढ़ रहा हूं और उनके बयान सुन रहा हूं। वो बता रहे हैं कि केजरीवाल को सपोर्ट नहीं करेंगे। केजरीवाल ऐसा है केजरीवाल वैसा है,यह मुद्दा केजरीवाल का नहीं है। मैं महत्वपूर्ण नहीं हूं। यह मुद्दा देश के जनतंत्र का है, दिल्ली के लोगों का जो अपमान हुआ है मुद्दा उसका है, संविधान का है।’
आप संयोजक ने एक बार फिर समर्थन की अपील करते हुए कहा कि भविष्य में सरकार कांग्रेस शासन वाले राज्य के खिलाफ कोई अध्यादेश लाती है तो वह भी साथ देंगे। उन्होंने कहा, ‘मेरी उनसे निवेदन है कि केजरीवाल को छोड़ दीजिए, केजरीवाल को सपोर्ट मत करिए, लेकिन मोदी सरकार ने जो दिल्ली के लोगों का अपमान किया, दिल्ली के लोगों की सारी शक्ति छीन ली, दिल्ली के लोगों के साथ खड़े होइए। आज इन्होंने दिल्ली के साथ ऐसा किया है, जैसा अभी येचुरी साहब ने किया, कल ऐसा राजस्थान के खिलाफ अध्यादेश लाया जाता है तो हम साथ खड़े होंगे। हम नहीं कहेंगे कि कांग्रेस का मामला है कि बीजेपी का मामला है, यह देश का मामला है। हमें देश के साथ खड़े होना है।’
दिल्ली के सीएम ने यह कहकर कांग्रेस के लिए लकीर खींचने की कोशिश की है कि उन्हें तय करना है कि वे मोदी जी के साथ खड़े हैं या जनता के साथ खड़े हैं। केजरीवाल ने एक बार फिर परोक्ष रूप से कांग्रेस की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए कहा, ‘मुझे सपोर्ट करने की बात नहीं है। जनता की हकों को छीना जा रहा है, संविधान को रौंदा जा रहा है। ऐसे में देश के सभी 140 करोड़ लोगों को और सभी पार्टियों को साथ आकर इसका जमकर विरोध करना चाहिए।’