न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में अमित शाह ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने किसी भी धर्म-आधारित अभियान का सहारा नहीं लिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर मुसलमानों के लिए आरक्षण के खिलाफ प्रचार करना और अनुच्छेद 370 के उन्मूलन पर मतदाताओं तक पहुंचना और समान नागरिक संहिता लागू करना धर्म आधारित अभियान है तो भाजपा ने ऐसा किया है और आगे भी करती रहेगी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी को मिलने वाली जीत को लेकर दावा किया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई को दीये गए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले ‘सकारात्मक जनादेश’ के कारण विपक्ष शासित राज्यों में भाजपा को बड़ी जीत मिलेगी। विपक्ष द्वारा चुनाव आयोग की आलोचना को लेकर भी उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने नुकसान को छुपाने के लिए चुनाव आयोग पर इल्जाम लगाती है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में, अमित शाह ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने किसी भी धर्म-आधारित अभियान का सहारा नहीं लिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर मुसलमानों के लिए आरक्षण के खिलाफ प्रचार करना और अनुच्छेद 370 के उन्मूलन पर मतदाताओं तक पहुंचना और समान नागरिक संहिता लागू करना धर्म आधारित अभियान है तो भाजपा ने ऐसा किया है और आगे भी करती रहेगी।

ईवीएम के मुद्दे पर अमित शाह ने दिया यह जवाब

उन्होंने चुनाव डेटा के प्रबंधन और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के मुद्दे पर चुनाव आयोग की विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों में भी इसी तरह के प्रोटोकॉल और प्रथाओं का पालन किया गया था (जिसमें तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश भी शामिल हैं) जहां भाजपा हार गई थी।अमित शाह ने आगे कहा कि अगर वे चुनाव निष्पक्ष थे, तो यह चुनाव भी निष्पक्ष है। जब आप हार देखते हैं, तो आप पहले से ही रोना शुरू कर देते हैं और विदेश जाने का बहाना ढूंढने लगते हैं। यह लगातार नहीं चल सकता। वे छह जून को छुट्टी पर जाना चाहते हैं, इसलिए कुछ न कुछ बता रहे हैं। उन्होंने कहा, मतदान प्रक्रिया के बारे में कांग्रेस के सवालों का मकसद राहुल गांधी की विफलता को छुपाना है।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *