न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में अमित शाह ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने किसी भी धर्म-आधारित अभियान का सहारा नहीं लिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर मुसलमानों के लिए आरक्षण के खिलाफ प्रचार करना और अनुच्छेद 370 के उन्मूलन पर मतदाताओं तक पहुंचना और समान नागरिक संहिता लागू करना धर्म आधारित अभियान है तो भाजपा ने ऐसा किया है और आगे भी करती रहेगी।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ एक साक्षात्कार में, अमित शाह ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने किसी भी धर्म-आधारित अभियान का सहारा नहीं लिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर मुसलमानों के लिए आरक्षण के खिलाफ प्रचार करना और अनुच्छेद 370 के उन्मूलन पर मतदाताओं तक पहुंचना और समान नागरिक संहिता लागू करना धर्म आधारित अभियान है तो भाजपा ने ऐसा किया है और आगे भी करती रहेगी।
ईवीएम के मुद्दे पर अमित शाह ने दिया यह जवाब
उन्होंने चुनाव डेटा के प्रबंधन और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के मुद्दे पर चुनाव आयोग की विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों में भी इसी तरह के प्रोटोकॉल और प्रथाओं का पालन किया गया था (जिसमें तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश भी शामिल हैं) जहां भाजपा हार गई थी।अमित शाह ने आगे कहा कि अगर वे चुनाव निष्पक्ष थे, तो यह चुनाव भी निष्पक्ष है। जब आप हार देखते हैं, तो आप पहले से ही रोना शुरू कर देते हैं और विदेश जाने का बहाना ढूंढने लगते हैं। यह लगातार नहीं चल सकता। वे छह जून को छुट्टी पर जाना चाहते हैं, इसलिए कुछ न कुछ बता रहे हैं। उन्होंने कहा, मतदान प्रक्रिया के बारे में कांग्रेस के सवालों का मकसद राहुल गांधी की विफलता को छुपाना है।