होम श्रीलंका में तमिलनाडु के मछुआरों की हत्या, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य
श्रीलंका में तमिलनाडु के मछुआरों की हत्या, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य
2021-02-03 09:30:25
नई दिल्लीः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंकाई समुद्री सीमा में मारे जाने के मामले को भारत ने श्रीलंका के समक्ष मजबूती से उठाया है और स्पष्ट किया है कि ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं.
विदेश मंत्री ने कहा- इस तरह के मामले कतई स्वीकार्य नहींः
जयशंकर ने यह बयान राज्यसभा में उस समय दिया जब तमिलनाडु के राजनीतिक दलों ने राज्य के चार मछुआरों को कथित दौर पर श्रीलंकाई नौसेना द्वारा बीच समुद्र में मारे जाने के मामले को उच्च सदन में उठाया. जयशंकर ने कहा कि हमने इस मामले को श्रीलंकाई सरकार के समक्ष पुरजोर ढंग से उठाया है और विशेषकर यह मामला तो कतई स्वीकार्य नहीं है. इस बारे में श्रीलंकाई सरकार को स्पष्ट कर दिया गया है.
श्रीलंकाई नौसेना ने मछुआरों को मार डालाः
इस मामले का उठाते हुए द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के तिरुची शिवा ने कहा कि तमिलनाडु के चार मछुआरों के गायब होने की 19 जनवरी को खबर आई और चार दिन के बाद श्रीलंकाई नौसेना ने सूचना दी कि उनके शव पाक खाड़ में बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने दावा किया कि मछुआरों के नाव ने उनके जहाज में टक्कर मार दी थी. उन्होंने कहा कि मछुआरों पर बुरी तरह हमला किया गया और श्रीलंकाई नौसेना ने उनको मार डाला.
मछुआरों को बेहद क्रूरता से मारा गयाः
शिवा ने कहा कि वास्तव में इन मछुआरों को बेहद क्रूरता से मारा गया था. यह पहली घटना नहीं है. पहले भी ऐसा हो चुका है. मछुआरों में भय का माहौल है. उनके मछली पकड़ने के लिए जाते समय उनके परिवार यह सोच कर आशंकित रहते हैं कि पता नहीं, अब मछुआरे जीवित आएंगे या नहीं. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा अक्सर प्रताड़ित किया जाता है और और उन्हें इस पेशे को छोड़ने पर मजबूर किया जाता है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस घटना की निंदा करने और यह सुनिश्चित करने की मांग की कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो.