कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ कर कथित तौर पर उन्हें परेशान किये जाने के खिलाफ बृहस्पतिवार को उत्तरप्रदेश कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने लखनऊ स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार ईडी जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित कर रही है ताकि वे जनता की आवाज नहीं उठा सके।
सोनिया गांधी से ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार से जुड़े कथित धनशोधन के एक मामले में ईडी की पूछताछ के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई, जिसके पश्चात कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर ईको गार्डेन ले जाया गया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता संजय सिंह ने एक बयान में आरोप लगाया कि ‘‘जिस नेशनल हेराल्ड मामले में एक-एक पैसे का लेन देन पारदर्शी तरीके से हुआ है, उसमें सिर्फ परेशान करने के लिए ईडी को मनी लांड्रिंग दिख रहा है। इसके उलट जिस पीएम केयर्स फंड में हजारों करोड़ का घोटाला हुआ और जिसका ऑडिट तक नहीं हुआ है, सरकार ने भी जिसे सरकारी कोष मानने से इंकार कर दिया, उसमें ईडी को सब कुछ साफ सुथरा दिख रहा है।”
प्रवक्ता सिंह ने कहा कि महंगाई अपने चरमोत्कर्ष पर है, जिससे आम जनमानस की कमर टूट चुकी है, बेरोजगार युवक रोजगार की तलाश में दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं, किसान अपनी समस्याओं से लड़ते हुए दम तोड़ रहें हैं और कांग्रेस इन मुद्दों को लगातार उठा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन्हीं सवालों पर सरकार कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है और जनता की आवाज संसद में न उठे और जनता का ध्यान इन सब मुद्दों पर न जाए, इसलिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग करके विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है।
पार्टी ने कहा कि इसी का विरोध करने के लिए बृहस्पतिवार को लखनऊ स्थित प्रदेश प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय के बाहर एवं प्रदेश के तमाम जनपदों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिससे महिला नेता सुमन प्रजापति एवं तमाम कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आई हैं।
2022-07-21 16:21:15 https://www.wisdomindia.news/?p=3985