गलत तरीके से लिया गया केन्द्र सरकार की योजनाओं का फायदा अब लोगों पर भारी पड़ रहा है। सरकार ने ऐसे लोगों का वेरीफिकेशन करवाकर उनसे रिकवरी की तैयारी शुरू कर दी है। हम बात कर रहे हैं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले किसानों की। ऐसे किसानों का सत्यापन कराया जा रहा है जो अपात्र होकर भी किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे हैं। ऐसे लोगों की अगली किस्त रोक दी गई है। बदायूं में अब तक 1284 किसान अपात्र पाए गए हैं, जो कि गलत तरीके से सम्मान निधि का लाभ ले रहे थे। कृषि विभाग ने अपात्रों का डेटा मिलने के बाद आगामी किस्त पर रोक लगा दी है, इसके साथ ही गलत तरीके से ली गयी निधि की रिकवरी कराने की प्रकिया शुरू की है।जनपद के 4.84 लाख किसान पहली से लेकर 11 वीं किस्त का लाभ ले चुके हैं। इन सभी किसानों का केंद्र सरकार के निर्देश पर भूलेख से सत्यापन कराया जा रहा है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि कहीं अपात्र किसान तो सम्मान निधि का लाभ नहीं ले रहे हैं। भूलेख से सत्यापन करने में लेखपालों को लगाया है। अब तक जनपद में 3.15 लाख से अधिक किसानों का सत्यापन हो चुका है। जिनमें 1284 ऐसे किसान मिले हैं, जो कि अपात्र हैं, इनमें भूमिहीन एवं अन्य श्रेणी के किसान शामिल हैं। इन किसानों ने अब तक पहली से लेकर 11 वीं किस्त का लाभ लिया है। राजस्व विभाग की ओर से अपात्र किसानों का डेटा कृषि विभाग को भेज दिया है। इसके बाद डीडी कृषि के निर्देश पर इन किसानों के लिए 12 वीं किस्त मिलने पर रोक लगायी गयी है और जो रकम अब तक सम्मान निधि में ली है उसे वसूल किया जाएगा।

2022-10-06 15:38:54 https://www.wisdomindia.news/?p=6617

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