जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में रहने वाले ‘गद्दी’ आदिवासियों ने शुक्रवार को भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनकर इतिहास रचने वाली द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न मनाया। बता दें कि एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया और देश की 15वीं राष्ट्रपति बनीं।
64 वर्षीय दौपदी मुर्मू ने विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खिलाफ भारी अंतर से जीत हासिल की। मुर्मू को निर्वाचक मंडल वाले सांसदों और विधायकों के मतपत्रों की एक दिन की मतगणना में 64 प्रतिशत से अधिक वैध मत प्राप्त हुए। राम नाथ कोविंद के बाद वह देश की 15वीं राष्ट्रपति बनीं हैं।अखिल जम्मू कश्मीर गद्दी सभा (AJKGS) ने शुक्रवार को द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति चुने जाने पर जश्न मनाया। सभा के प्रमुख परवीन जरयाल के नेतृत्व में गद्दी समुदाय के लोगों ने द्रौपदी मुर्मू की ऐतिहासिक जीत पर मिठाइयां बांटी और नारेबाजी की।जरयाल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक आदिवासी महिला को देश का राष्ट्रपति बनाकर एक बड़ा कदम उठाया है, जिससे निश्चित रूप से देश के कोने-कोने में रहने वाले आदिवासी समुदायों का मनोबल बढ़ेगा।” उधर, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मरी के चिनाब क्षेत्र के आदिवासी क्षेत्रों से भी समारोहों की सूचना आई है।