चुनाव आयोग ने उद्धव गुट को अंधेरी पूर्व सीट पर विधानसभा उपचुनाव के लिए मशाल का निशान दिया है। आयोग ने कहा कि कोई भी धार्मिक निशान चुनाव के लिए नहीं दिया जा सकता है। बता दें कि उद्धव गुट ने मशाल, त्रिशूल और उगता हुआ सूरज का विकल्प चुनाव आयोग के सामने रखा था। वहीं शिंदे गुट ने गदा, उगता हुआ सूरज और त्रिशूल का विकल्प दिया था जिन्हें खारिज कर दिया गया है।
दोनों गुटों को क्या मिला पार्टी नाम?
उद्धव गुट को चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम ‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)’ दिया है। वहीं ईसी ने शिंदे गुट के निशान के तीन विकल्पों को खारिज कर दिया है। हालांकि उपचुनाव के लिए शिंदे गुट की पार्टी का नाम ‘बालासाहेबांची शिवसेना’ होगा। चुनाव आयोग ने कहा है कि पार्टी के नाम को लेकर शिंदे गुट का जो पहली प्राथमिकता थी वही विरोधी गुट ने भी पहली प्राथमिकता में रखी थी। ऐसे में दोनों ही गुटों को वह नाम नहीं दिया जा रहा है। उद्धव ठाकरे गुट के नेता भास्कर जाधव ने कहा कि हमें बड़ी जीत हासिल हुई है। उद्धव ठाकरे ने पार्टी का नाम ‘शिवसेना, उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ दिया है जो कि हमारी जीत है।

2022-10-10 15:33:17 https://www.wisdomindia.news/?p=6765

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *